Joy Banerjee said goodbye to the world at the age of 62 – fans are shocked
रविवार का दिन, यार, भारतीय फिल्म और राजनीति दोनों के लिए बहुत ही दुखी कर देने वाला रहा। वरिष्ठ बंगाली अभिनेता और भाजपा नेता जॉय बनर्जी का, यकीन मानिए, 62 साल की उम्र में निधन हो गया। वो लंबे समय से श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे, और इलाज के दौरान उनकी हालत अचानक खराब हो गई। फिर, वो अब हमारे बीच नहीं रहे। जब ये खबर फैली, तो बंगाल फिल्म इंडस्ट्री और राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई, समझो।
जॉय बनर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था। उन्होंने 1980 के दशक में बंगाली फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की। उनकी पहली फिल्म, “अग्निश्वर” (Agnishwar), ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। उस फिल्म के बाद से ही, वे दर्शकों के दिलों में बस गए, और बंगाली सिनेमा के एक सफल अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए।
वे खास तौर पर अपनी रोमांटिक और सामाजिक मुद्दों वाली फिल्मों के लिए जाने जाते थे। अपने करियर में कई हिट फिल्मों दीं और बड़े निर्देशकों के साथ काम किया। उनकी स्क्रीन पर मौजूदगी, संवाद अदायगी, और सहज अभिनय—सभी उन्हें बाकी कलाकारों से अलग बनाते थे।
सफलता पाने के बाद, जॉय बनर्जी ने राजनीति की ओर रुख किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ जुड़कर बंगाल की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। कई बार चुनाव भी लड़े और भाजपा को मजबूत करने में अहम हिस्सेदारी की।
वैसे, चुनावी राजनीति में वो बड़ी कामयाबी हासिल नहीं कर पाए, मगर जनता के साथ उनके जुड़ाव और साफ-सुथरी छवि ने उन्हें अलग पहचान दिलाई। वो हमेशा बंगाल के विकास और उसकी सांस्कृतिक विरासत को संजोने की बात करते थे।
पिछले कुछ समय से, जॉय बनर्जी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती थी, और इसी वजह से कई बार अस्पताल भी जाना पड़ा। डॉक्टर्स की टीम उनका इलाज कर रही थी, लेकिन अचानक ही रविवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई। तमाम कोशिशों के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं जा सका, और 62 साल की उम्र में वो हमारे बीच से चले गए।
जैसे ही उनकी मौत की खबर फैली, बंगाल फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई। बहुत से बड़े नेताओं और कलाकारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। भाजपा नेताओं ने उन्हें एक समर्पित और ईमानदार कार्यकर्ता कहा, तो फिल्मी हस्तियों ने कहा कि बंगाली सिनेमा ने अपना एक चमकता सितारा खो दिया है।
बंगाल के दर्शक भी इस सदमे में हैं। सोशल मीडिया पर फैंस उनकी फिल्मों के पोस्टर, डायलॉग्स शेयर कर उन्हें याद कर रहे हैं।
अंत में, कह सकते हैं कि जॉय बनर्जी का जीवन, कला और राजनीति दोनों के क्षेत्र में एक मिसाल रहा। वो एक तरफ दर्शकों का मनोरंजन करते रहे, तो दूसरी तरफ जनता की सेवा में जुटे रहे। उनके गुजर जाने से, बंगाल ने एक बेहतरीन कलाकार और एक समर्पित नेता दोनों ही खो दिए हैं।
JAKIR HOSSAIN
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