New revelation in Greater Noida dowry case: Nikki's death is an accident and not murder?New revelation in Greater Noida dowry case: Nikki's death is an accident and not murder?

ग्रेटर नोएडा के चर्चित दहेज हत्या मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी विपिन भाटी की पत्नी निक्की भाटी की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने पति समेत कई लोगों पर दहेज हत्या का मामला दर्ज किया था। लेकिन अब विपिन भाटी के चचेरे भाई ने मीडिया के सामने आकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि निक्की की मौत दहेज की वजह से नहीं हुई, बल्कि रसोई में हुए सिलेंडर ब्लास्ट की वजह से हुई थी। इस बयान ने मामले को एक नई दिशा दे दी है और पुलिस की जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं।

मामले की शुरुआत कैसे हुई?

निक्की भाटी की शादी करीब डेढ़ साल पहले बड़े धूमधाम से विपिन भाटी से हुई थी। निक्की का मायका भी एक प्रतिष्ठित परिवार से है। शादी के बाद से ही निक्की और उसके ससुरालवालों के बीच अनबन की खबरें सामने आती रहीं। निक्की के परिजनों का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुरालवालों ने दहेज की मांग शुरू कर दी थी। उन पर लगातार मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया जा रहा था।

घटना वाले दिन निक्की घर के रसोईघर में झुलसी हुई मिलीं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद निक्की के परिजनों ने सीधे-सीधे पति विपिन भाटी और उसके परिवार पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

चचेरे भाई का नया दावा

जहां एक ओर निक्की का मायका दहेज हत्या का आरोप लगा रहा है, वहीं अब विपिन भाटी के चचेरे भाई ने नया दावा किया है। उन्होंने कहा कि निक्की की मौत किसी तरह के उत्पीड़न या हत्या की वजह से नहीं हुई, बल्कि घर के रसोईघर में सिलेंडर ब्लास्ट की वजह से लगी आग से हुई है।

उनका कहना है कि हादसे के समय घर के अन्य सदस्य भी मौजूद थे और सभी लोग मदद के लिए दौड़े। लेकिन आग इतनी तेज़ थी कि निक्की को बचाया नहीं जा सका। इस बयान के बाद घटना की सच्चाई पर दो तरह की कहानियाँ सामने आ रही हैं – एक तरफ मायके वालों का आरोप है कि यह सोची-समझी साज़िश थी, वहीं दूसरी तरफ ससुरालवालों का दावा है कि यह एक घरेलू हादसा था।

पुलिस जांच और नए सवाल

पुलिस ने निक्की के शव का पोस्टमार्टम कराया है और रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है। फिलहाल पति और ससुराल के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी और साक्ष्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हालांकि, चचेरे भाई के बयान ने पुलिस के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है। अगर यह सच में सिलेंडर ब्लास्ट का मामला है, तो दहेज हत्या का आरोप कमजोर पड़ सकता है। लेकिन अगर जांच में दहेज उत्पीड़न के सबूत मिलते हैं, तो आरोपी बच नहीं पाएंगे।

सामाजिक संदेश और सवाल

इस मामले ने एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल हजारों महिलाएं दहेज के कारण अपनी जान गंवा रही हैं। भले ही यह मामला हादसा निकले या हत्या, लेकिन यह सच है कि दहेज आज भी समाज पर एक काला धब्बा बना हुआ है।

निक्की भाटी केस का सच चाहे जो भी निकले, लेकिन इसने लोगों का ध्यान फिर से इस गंभीर समस्या की ओर खींचा है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच क्या नया खुलासा करती है और अदालत में कौन-सी कहानी सच साबित होती है।

By JAKIR HOSSAIN

JAKIR HOSSAIN My name is Jakir Hossain, and I have been involved in content writing for the past four years. I provide various types of informative content for users.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *