नई दिल्ली: चर्चित निक्की मर्डर केस एक बार फिर सुर्खियों में है। इस मामले में आरोपी पति ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है कि उसकी पत्नी निक्की की मौत उसके अपने ही कारण हुई और इसमें उसकी कोई गलती नहीं है। अदालत और जांच एजेंसियों के सामने दिए गए इस बयान ने पीड़िता के परिवार और समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है।
मामला क्या है?
निक्की और उसके पति के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था। शादी के बाद से ही दोनों के रिश्तों में खटास बढ़ती गई। सूत्रों के मुताबिक, निक्की ने कई बार अपने परिवार और दोस्तों से इस बारे में शिकायत भी की थी। हालांकि, पति लगातार यह दावा करता रहा कि उनकी शादीशुदा जिंदगी सामान्य है।
पिछले साल निक्की की अचानक मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया। शुरूआत में आरोपी पति ने इसे स्वाभाविक मौत करार दिया, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच एजेंसियों की पड़ताल में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
आरोपी का नया दावा
पुलिस पूछताछ और अदालत में पेशी के दौरान आरोपी पति ने कहा, “निक्की की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई। मैंने उसे नहीं मारा, वो खुद ही मर गई।” इस बयान ने न केवल जांच को उलझा दिया है, बल्कि पीड़िता के परिवार को गहरा आघात पहुंचाया है। परिवार का आरोप है कि आरोपी सच छिपाने की कोशिश कर रहा है और वह शुरुआत से ही अपनी पत्नी पर अत्याचार करता था।
सबूत और जांच
जांच अधिकारियों का कहना है कि घर से मिले सबूत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आरोपी के बयान से मेल नहीं खाते। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि निक्की की मौत अचानक नहीं हुई, बल्कि यह हत्या का मामला है।
- निक्की के शरीर पर चोट के निशान मिले।
- पड़ोसियों ने कई बार घर से झगड़े की आवाजें सुनी थीं।
- मोबाइल चैट और कॉल रिकॉर्ड्स में भी पति-पत्नी के बीच तनाव झलकता है।
इन सबूतों के बावजूद आरोपी अपने बयान पर अड़ा हुआ है।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
निक्की के परिवार का कहना है कि उनकी बेटी को न्याय दिलाने के लिए वे आखिरी दम तक लड़ेंगे। उनकी मां ने मीडिया से कहा, “मेरी बेटी खुद कभी अपनी जान नहीं ले सकती थी। उसे जानबूझकर मारा गया है। आरोपी अब भी झूठ बोलकर बचने की कोशिश कर रहा है।”
स्थानीय लोगों और महिला संगठनों ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में अगर दोषियों को सख्त सजा नहीं दी गई तो समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराध और बढ़ेंगे।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
जैसे ही आरोपी का बयान सामने आया, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्विटर और फेसबुक पर #JusticeForNikki ट्रेंड करने लगा। यूजर्स ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों महिला सुरक्षा से जुड़े मामलों में अपराधियों को तुरंत सजा नहीं मिलती।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है। जांच एजेंसियां और भी सबूत इकट्ठा कर रही हैं ताकि आरोपी के झूठ का पर्दाफाश किया जा सके। कानून विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आरोप सिद्ध हो गए तो आरोपी को उम्रकैद या फांसी तक की सजा हो सकती है।
निष्कर्ष
निक्की मर्डर केस सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का मुद्दा बन चुका है। आरोपी का “वो खुद ही मर गई” जैसा बयान न सिर्फ संवेदनहीन है, बल्कि यह न्याय व्यवस्था को चुनौती देने जैसा भी है। इस केस का परिणाम आने वाले समय में महिला सुरक्षा और न्याय की दिशा तय करेगा।

JAKIR HOSSAIN
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